Heart break shayari-: बेस्ट हार्ट शायरी , आपके लिए लाएं हैं हम top 15 sad shayari, जो कि बेवफाओं के लिए हैं। इसमें हमने दिल टूटने के बाद जो दर्द होता हैं उसे लिखा गया हैं ।
आपका दिल टूटा हैं तो आपके लिए ये पेज बेस्ट शायरी लाया हैं। इन्हें पढ़ने के बाद आप बेवफा सनम को भूल जाओगे उसके अक्स को भी मिटा दोगे ।।
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1-)तेरे ना आने से हम ख़ुद को भूल रहें है,
लगता ऐसा हैं जैसा शरीर से सांसों का रिश्ता तोड़ रहे हैं ।।
2-) तेरे दीदार को तरसता एक शख़्स मर गया ,
ज़िक्र तेरा करते करते जाने वे ये क्या कर गया ,
दुआ दे उसे अब जन्नत नसीब हो ,
वो जो याद करके तुझे ख़ुदा के घर गया ।।
3-)बड़ी बेहकी सी बातें कर रहें हो ,
मिल हमसे रहें हों ज़िक्र जाने किस का कर रहें हो ,
सच बताओं आशिक़ी हमसे हैं या बस खेल कर रहें हो ।।
4-) तेरी यादों का एक समंदर सजा रखा हैं मैंने ,
गोता खाता रहता हूं इसमें इसको ही मंज़िल बना रखा है मैंने।।
5-) छेड़ ना सरगम बिछड़ने वाली ,
ये दिल सब सुनके बैठ जाता हैं ,
ज़िंदगी हार जाता हैं ,
फिर सब तबाह कर देना चाहता हैं ।।
6-) किसी रोज़ हम भी बैठ के तुझे लिखेंगे ,
अफ़साने लिखेंगे तुझे बेवफ़ा कहेंगे ,
दिल और जान कहेंगे फिर तुझे बदनाम कहेंगे ।।
Best 15 heart Break shayari ब्रेकअप ke बाद best शायरी जो आपके दिल से उसकी यादें मिटा देगा , ये पेज आपके लिए ही हैं जो पेश करता बेस्ट heart Break shayari
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7-) दर्द इतना बड़ ही गया ,
मिलन के मौसम मैं बिछड़ ही गया ,
निभाई थी कसमें जिसने ताउम्र रहने कि को अधूरे सफ़र में जाने कहां गया ।।
8-) तुझे मुक्कमल इश्क़ लिखता था जो ,
अब वो जाने दरियां को तकता हैं,
कुछ अल्फ़ाज़ लिखता हैं कुछ तुझे बयां करता हैं
बेवफाओं को भी वो क्या ख़ूबसूरत हुस्न लिखता हैं ।।
9-) किसी ने पूछा ना फ़िर उसका ,
जो सबकी खबर रखता था ,
उसे बदनाम बहाल कर ही दिया ,
जो सबकी नज़रों में रहा करता था ।।
10 -) टूटे दिल का पता ना पूछ कोई आशिक़ यहां अब नहीं ,
जो था तुझे चाहने वाला अब को आशिक़ नहीं ।।
11-) तेरे रंग का असर हैं वरना हम तहजीब से परे कभी हुएं नहीं,
अब जो रंग तेरा चड़ा इस रंग ने फिर हमें कभी बख्शा नहीं ।।
12-) किसी नज़र ने चैन खोया था एकपल में ,
अब हरपल उसी नज़र को खोजते हम हैं ।।
13 -) टूटे दिल से रिश्ता चाहते हो तुम ,
बग़ैर सावन के बारिश चाहते हो तुम ,
ये मुमकिन नहीं अब क़िसी भी तरह ,
हम विरह में बैरागी होना चाहते हैं ।।
14-) कभी तुम ने वादा किया था ना बिछड़ने का ताउम्र ,
हम ज़रा सा क्या इठलाएं तुम ताउम्र का वादा एकपल में छोड़ आएं ।।
15-) हमसे इश्क़ इतना आसान भी नहीं ,
हमस़फ़र बनने में पर्वत सा दुर्गम साथ हमारा हैं,
समंदर सा तूफ़ान हमने भी सीने में छुपा रखा हैं।।
~~आशुतोष दांगी
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