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 आपके लिए पेश करते हैं, Top 15 best heart Break shayri

ये पेज आपके लिए बेस्ट हैं इसमें आपके बिछड़े प्यार , दिल टूट जाने के बाद का साथ हम आपको देते हैं ।।


हम पेश करते है best viral, most searched, trending shayari , इंटरनेट पर तहलका मचाने वाली इन शायरियों के साथ हम आपको जोड़ते हैं।।


ये बार बार search कि गई है एवं आपके दिल के दर्द को समझती हैं ।।

और आपके ग़म में आपका साथ देती है।।



1-) नए दौर रंग में ढलने में वक्त लगता हैं,

      ख़ुद को ख़ुद से जुड़ा होने में वक्त लगता हैं।।


     हम भूल रहें है रफ्ता रफ्ता अपने पुराने अंदाज को ,

     नए दौर के चलन में सबकुछ नया सा लगता हैं।।





2-) ये भी क्या किसी से कम हैं,

      हम बिछड़ कर भी एक साथ हैं।।

      लोग बिछड़े हुए जाने क्या क्या कहते हैं,

      बेवफ़ा, नागिन और ना जाने क्या कहते हैं ।।

      हम अब भी अदब से रहते हैं,

     एक दूसरे को दिल कहते हैं,

     ये भी क्या किसी से कम हैं।।





3 ) तुम फ़िरसे आना पहली बारिश कि तरह ,

      पतझड़ में सावन कि तरह ,

      रेगिस्तान में पानी की तरह ,

      मेरे दिल के सुने पन में , 

      शोर करते हुएं सरगम कि तरह ।।





4 ) तुम खिलखिलाती धूप सी हो कोहरे में,

     तुम रौशन नूर सा हो अंधेरे में ,

     तुम साख के पत्तो सी हो सूखे में ,

     तुम वसंत हो गर्मी की तपन में ,

     तुम मुझ में विलीन हो , मेरे पास कुछ भी ना होने     

में।।

 




5 ) कभी किसी के वादे से ना मुकरना ,

     जो करलो वादा फिर उसे हमेशा पूरा करना ।।

    

     एक वादे पे कोई उम्र सारी गुज़ार देता हैं,

     फ़िर भी तू निभा ना सके कभी ,

     वो इसी को सच मान लेता हैं

     सांस त्याग देता हैं, ख़ुद को मार लेता हैं।।





6 ) किसी रोज़ जानने कि कोशिश करना हमें ,

     हम वो तो नहीं जो पेश आते हैं तेरे सामने ।।

  

     वो मासूम चेहरा , वो गुस्से को काबू करना 

     ये जो पेश आ रहा हैं, मैं नहीं मेरे जैसा हैं कोई तेरे सामने ।।





7 ) याद बनकर चले आओं, कब तक विरह में हम रहें,

     इजाज़त दो अगर तो तेरे सामने हाज़िर हम रहें ।।

    

    कभी कुछ तो मेरी बातों का भी ख़्याल कर ,

    कब तक यूं ही अपनी मर्ज़ी का मालिक बनता रहेगा,

    कब तक तेरी दीद कि मुरीद में ये दिल तन्हा रहें ,

    कब तलक जान जिस्म से बंधी रहे।।

   




8 ) एक दिन क़ैद दीवारें फांद आएंगे हम भी,

     तेरी मर्ज़ी को छोड़ आएंगे हम भी ।।

    

     तुझे उम्र का तकाज़ा नहीं ,

      इसको छोड़ जाएंगे हम भी ।।





 9 ) उन्हें रूठने का हुनर सिखाया गया 

      हमें हुनर ही नहीं ऐसा कुछ ।।

     

     उन्हें अदब से पेश आना सिखाया ,

     जबकि हमें अदब से आजमाया गया ।।





10 ) अंदाज ए करम यूं भी ना कर ,

        हमें ज़माने से जुदा ना कर ।।

    

       तू मिल और तामिल कर ,

       मेरे होने को यूं हु जाया ना कर ।। 





11) कमबख्त इश्क़ ने हमको भी ठिकाने लगा ही दिया,

       हम जो सोचते थे कि हमसे आगे कुछ नहीं ,

       इसने हमको रास्ता दिखा ही दिया ।।






12) क्या करे कुछ तो ज़िक्र कर ,

      बदनामियों के सबब को अब तो हवा कर ।।

       

      सोचते हैं इस शहर को छोड़ जाएं ,

      मुझपे पे करम कर , पनाह को खत्म कर 

      हमें इस शहर से जुदा कर ।।






13 ) हम ये शहर भी छोड़ देना चाहते हैं,

       किसी और की पनाह पा लेना चाहते हैं।।

    

       भरोसा था इसकदर हमको,

       तु ख़ुदा था मैं केवल इंसान था 

       अब उस हक़ से बहुत कुछ मांगना चाहते है,

       हम अपने हिस्से से हक़ अदा चाहते हैं।।





14 ) तुम जो पत्थर बने रहें ,

       तो हम में भी कहां मोम से बचेंगे ।।

   

      जज़्बात बहते रहेंगे यूं ही पानी के मोल ,

      फ़िर कहां इनमें वो पुराने नुक़्स बेचेंगे।।





15 ) हम को सोच क्या हैं हम,

        अंधेरे का चिराग़ हैं हम ,

        ज़माने से जुदा हैं हम 

  तेरे दिल के मरीज हैं हम ,

        सबकुछ तू हैं और तेरे बस मुरीद हैं हम ।।





 ~~ आशुतोष दांगी 

    

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